स्वामी श्री वैष्णवदास जी महाराज, द्वितीय पीठाधीश्वर, श्रीमणिरामदासजी छावनी, अयोध्या।
वैराग्य तथा साधुत्व से मण्डित आपका इतिहास अत्यन्त पवित्र रहा है। बाल्यकाल में जब आपको श्रीसीतारामजी की अहैतु कृपा से बैराग्य हुआ तो आप पारिवारिक माया-जाल, ममता, मोह आदि का…